मोहब्बत अपने अंजाम पे कब पहुँचती है?

भक्त: बाबा, मोहब्बत अपने अंजाम पे कब पहुँचती है?

बाबा: बेटा, जब कमरे की व्यवस्था हो जाती है।

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